Sunday, January 16, 2022

What is Society? समाज क्या है?

Hello Friends, Welcome आज हम बात करेंगे कि समाज क्या है? यानि What is Society? इस Topic में हम यह जानेंगे की समाज का क्या अर्थ है और समाज कैसे बनता है?

Society:- समाज को आम बोलचाल में "व्यक्तियों के समूह" से लिया जाता है | विद्वानों के अनुसार समाज को व्यक्तियों के समूह से जोड़ा जाता है न की उनके बीच के रिश्ते को | जैसे कि आप जानते हो समाज का अर्थ संस्थाओ के नाम से भी लिया जाता है:- आर्य समाज, ब्रहा समाज आदि | 

तो आइये अब समाजशास्त्रीय दृष्टिकोण से समाज को समझने के कोशिश करते है | समाजशास्त्रियों के अनुसार, समाज केवल कुछ लोगों के समूह से नहीं होता, समाज का अर्थ समाज के लोगों के बीच पाए जाने वाले सम्बन्धों के जाल से है | जिसमें लोग एक-दूसरे के साथ जुड़े होते है | अगर आप कुछ लोगों को इकठ्ठा कर देते है | उसे आप समाज नहीं कह सकते है | समाज तभी बनता है  जब समाज के लोगों के बीच सम्बन्ध स्थापित हो जाए | यह सम्बन्ध अस्थिर यानि Unstable  होते है | जिन्हे न हम छू सकते है, न देख सकते है | इन सम्बन्धो को केवल महसूस किया जा सकता है | इन सम्बन्धो को न तो अलग किया जा  सकता है | यह सम्बन्ध जो व्यक्तियों के बीच होते है इनके जाल को ही समाज कहा जाता है | और समाज, सामाजिक सम्बन्धो का जाल है| 

कुछ लेखक यह मानते है कि समाज तभी बनता है जब इसके सदस्य एक-दूसरे को जानते हो और आपस में कुछ लाभ और फायदे जुड़े हो | मान लो व्यक्ति बस में सफर कर रहे हो और वे एक-दूसरे को न जानते हो तो वे समाज नहीं कहलायेगा | अगर वे व्यक्ति एक-दूसरे से बात करना शुरू कर देते है तो समाज का अस्तित्व हमारे सामने आना शुरू हो जाता है | 

तो अब हम Gidings एक समाजशास्त्री रहे है उनके अनुसार समझने की कोशिश करते है कि समाज की परिभाषा क्या है? 

According to Giddings, "Society is the union itself, the organization the sum of formal relations in which individuals are bound together."

यानि गिडिंग्स के अनुसार, "समाज एक संगठन है जिसके अनुसार औपचारिक संबंधो का ऐसा मेल पाया जाता है जिसके तहत सभी मनुष्य एक दूसरे के साथ जुड़े होते है|"

तो इस प्रकार हम कह सकते है कि समाज, सामजिक सम्बन्धो का जाल है जिसमे एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति से मिलकर अपनी इच्छा पूरी करते है और जिनके बीच रीति-रिवाजों, आदतों, संस्थाओं, इच्छाओ की सामाजिक विरासत है | So Friends अगर मान लो अगर कही पर भीड़ लगी हो या लोगों का झुंड खड़ा हो तो आप उसे समाज का नाम नहीं दे सकते है |

















    

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